पिपलोदा के कई गांव में किसानो की फसल पीले रोग से हो रही है खत्म किसानों की बड़ी परेशानियां फसलों को लेकर।
पिपलोदा तहसील के अधिकांश गावो में सोयाबिन में पिले रोग से किसानों के खेत के खेत अपने आप समय से पहले सुख कर खत्म हो गये। मजबुरी में किसानो को रोटावेटर चलाना पड़ेंगे। पिपलोदा ,धामेडी, सुखेडा के तिनो ग्राम सेवकों ने किसानों की सोयाबीन की फसल खेतों में जाकर देखी। लगातार तिन से चार दिनों से किसान दिलीप पाटीदार धामेडी कृषि विभाग के आला अधिकारियों से फोन पर मांग कर रहे थे की ,किसानो की सोयाबीन में पिला रोग आ गया हे। उसके लिए आप खेतों में आकर देखे। जेसे ही तिनों ग्राम सेवक ग्राम पंचायत में पहुंचे तो किसानों ने सिधे उनसे खेतों में सोयाबीन की फसल देखने को कहा। पिपलोदा के ग्राम सेवक बालु सिंह निनामा, सुखेडा के ग्राम सेवक पवन राठोर , धामेडी की ग्राम सेवक गितांजली बगोटा, अपने वाहनों के साथ किसानों के खेतों में पहुंचे। ओर पिला रोग से सोयाबीन की फसलों का निरीक्षण किया। ओर किसानों को बताया की आप एक आवेदन तहसिलदार ओर अनुविभागिय अधिकारी को। जिससे वे राजस्व विभाग ओर फसल बिमा के अधिकारियों को निर्देश दे सके। जिससे किसानो को राहत राशी ओर फसल बिमा मिल सके। तिनों ग्राम सेवकों ने क्राप इंश्योरेन्स एप से किसानो की नुकसानी की जानकारी केसे देना हे यह भी बताया।ओर माना कि वाकई में पिले रोग से सोयाबिन में शत प्रतिशत नुकसान हुआ हे। किसान दिलीप पाटीदार प्रकाश मकाती, रमेश चोहान , कन्हैयालाल मईडा, वरदीचंद माली, सुनिल पाटीदार घनश्याम काग, गोरधन मकाती, श्यामलाल मईडा, विमल पटेल, विनोद पाटीदार बसंती लाल माली, उदयराम पाटीदार आदी किसान मोके पर उपस्थित रहे।