जयकारों के साथ पालने में झूले भगवान महावीर जैन समाज ने निकाली भव्य शोभायात्रा

जयकारों के साथ पालने में झूले भगवान महावीर जैन समाज ने निकाली भव्य शोभायात्रा

पिपलौदा सकल जैन श्री संघ द्वारा पर्युषण महापर्व के पांचवे दिन 24 वे तीर्थंकर भगवान महावीर स्वामी का जन्मवाचन कार्यक्रम श्री आदिनाथ जैन श्वेताम्बर मंदिर पर धूमधाम के साथ मनाया गया।

प्रातः में भक्ताम्बर पाठ व स्नात्र पूजा पढ़ाई

सर्वप्रथम प्रातः में भक्ताम्बर पाठ का आयोजन हुवा प्रातः में पक्षाल, पूजा, प्रभु आरती व स्नात्र पूजा पढ़ाई गई। कल्पसूत्र का वाचन शेखर बोहरा ने किया ततपश्चात भव्य शोभायात्रा निकाली गई जो प्रमुख मार्गों से गुजरी जगह-जगह गहुली बनाकर यात्रा का भव्य स्वागत किया गया।

ये रहे लाभार्थी

नवयुवक परिषद के पूर्व राष्ट्रीय संगठन मंत्री प्रफुल जैन ने बताया कि धर्म ध्वजा चढ़ाने का लाभ पारसमल धींग परिवार राकोदा, कल्पसूत्र वेराने का रोहित कुमार सरदारमल बोहरा परिवार, भगवान महावीर स्वामी को पालने में झुलाने व दादा गुरुदेव की आरती का ऋषभ कुमार बाबुलाल धींग परिवार, पहली आरती व मंगल दिवो आरती का नितेश कुमार नरेंद्र सुराणा परिवार, कुशल गुरुदेव की आरती का अशोक बोहरा परिवार, पुण्य सम्राट जयंतसेन गुरुदेव की आरती का संजय, नितिन, जिनेन्द्र नांदेचा परिवार, मणिभद्र दादा की आरती का लाभ रमेशचन्द्र बाबेल परिवार ने लिया। साथ ही 14 सपना जी की बोलियों का लाभ लाभार्थी परिवार द्वारा लिया गया।

महाआरती कर प्रसादी का किया वितरण

नगर भ्रमण कर शोभायात्रा पुनः जैन मंदिर पहुची जहां महाआरती कर महाप्रसादी का वितरण किया गया

इस अवसर पर श्री संघ, वाटिका ट्रस्ट, नवयुवक परिषद, तरुण परिषद, महिला परिषद, बहु परिषद व बालिका परिषद आदि उपस्थित थे। संचालन महेश बोहरा व संजय बोहरा ने किया।

खुशी नांदेचा का किया बहुमान

पर्युषण महापर्व के प्रारम्भ से प्रतिदिन कल्पसूत्र का वाचन करने पर खुशी नांदेचा का बहुमान वाटिका उपाध्यक्ष महेश बोहरा परिवार, कैलाश नांदेचा परिवार द्वारा किया गया।

महावीर भवन स्थानक में भी हुआ जन्मवाचन

इसी प्रकार श्री वर्धमान जैन स्थानक श्रावक संघ द्वारा महावीर भवन पर भगवान महावीर स्वामी का जन्मवाचन हुआ। सुधर्म प्रचार मण्डल जोधपुर से आये स्वाध्यायी भाइयों द्वारा कल्पसूत्र का वाचन किया गया। यहाँ प्रतिदिन प्रातः राई प्रतिक्रमण, प्रार्थना, अन्तगढ़सूत्र एवं व्याख्यान, प्रश्नोत्तर स्तवन, चौपाई, देवसीय सांय प्रतिक्रमण के पश्चयात धर्म चर्चा, पौषध व संवर आदि धार्मिक कार्यक्रम किये जा रहे है।

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