MTFE क्रिप्टो करेंसी फ्राड में रतलाम पुलिस द्वारा जापान और सिंगापुर बेस्ड कम्पनियों से 108 करेंसी में लगभग 44 लाख रूपये सिज कर भारत वापस लाये गए।
रतलाम दिनांक 24.08.2023 को आवेदक सलीम पिता काले खा की रिपोर्ट पर अनावेदक मोहम्मद फेज उर्फ निक्कु, आजम खान हुजेफा जम्माली बोहरा, आलोक पाल, वाजिद एवं वसीम द्वारा लगभग 20 लाख 76 हजार की ठगी करने पर थाना औद्योगिक क्षेत्र जावरा में अपराध क्रमांक 529/23 धारा 406,420,120बी भारतीय दंड संहिता एवं 21(1), 21(2), 21(3) अनियमित जमा योजना प्रतिबंध अधिनियम एवं आवेदक अशरफ अली की रिपोर्ट पर अनावेदक गोविन्द सिंह, संदीप टॉंक के विरूद्ध थाना स्टेषन रोड़ में लगभग 26 लाख 51 हजार 20 रूपये की ठगी करने पर अपराध क्रमांक 748/23 धारा 406,420,120बी भारतीय दंड संहिता एवं 21(1), 21(2), 21(3) अनियमित जमा योजना प्रतिबंध अधिनियम में अपराध पंजीबद्ध कर विवेचना में लिया गया जिसमें अनावेदक गणों द्वारा एमटीएफई ऐप के माध्यम से आम जनता को उनके निवेष पर असाधारण उच्च रिटर्न का वादा करके आकर्षित किया, जैसे कि क्रिप्टोकरेंसी जमा पर 30 प्रतिषत मासिक रिर्टन देने का वादा आमजन से किया गया। आसानी से पैसे कमाने वाली इस पोंजी स्कीम पर भोले भाले लोगो ने विश्वास किया एवं कुछ समय बाद MTFE कम्पनी द्वारा इस स्कीम से ठगी कर कम्पनी बंद कर दी गई और लोगो की लाखो रूपये की जमा पुंजी डुब गई।
पुलिस द्वारा की गई कार्यवाही मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक राहुल कुमार लोढा(भा.पु.से) द्वारा अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक राकेश खाखा के मार्ग दर्शन एवं नगर पुलिस अधीक्षक जावरा दुर्गेश आर्मो व नगर पुलिस अधीक्षक रतलाम अभिनव कुमार बारंगे के निर्देशन में थाना औ.क्षे. जावरा, थाना स्टेशन रोड़ रतलाम एवं सायबर सेल की संयुक्त टीम गठित कर त्वरित कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये थे।
टीम द्वारा आम जन को दिए गए डज्थ्म् के क्यू आर कोड/टीआरसी-20 के एड्रेस को एकत्रित किया गया जिसमें लगभग 266 पीड़ितो से लगभग 1 करोड़ 43 लाख रूपये की ठगी रतलाम जिले में डज्थ्म् द्वारा करना पाई गई। अपराध की विवेचना में टीम द्वारा एमटीएफई कम्पनी द्वारा किये गये फ्राड का पर्दाफाश किया एवं उपरोक्त दोनो प्रकरणों में MTFE के सी.ई.ओ. हुजेफा जमाली एवं गोविन्द सिंह चंद्रावत सहित कुल 08 लोगो को गिरफ्तार किया गया था, तथा एमटीएफई फ्राड में संलिप्त कलिन कम्पनी के डायरेक्टर योगानंदा बमोरे से पूछताछ पर Binance, Huobi, TRC20 आदि क्रिप्टोकरेंसी एक्सचेंज प्लेटफार्म के संबंध में महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त की गई।
विभिन्न माध्यम/ओपन सोर्स से जानकारी प्राप्त कर लगभग 10 लाख 48 हजार टीआरसी 20 के एड्रेस प्राप्त किये गये जिसमें डज्थ्म् क्यू आर कोड द्वारा बड़ी मात्रा में रूपयें का लेन देन अलग – अलग देषो से किया गया जिसका एनालिसस करने पर डज्थ्म् द्वारा भारत सहित श्रीलंका, बाग्लादेष, पाकिस्तान एवं नाइजिरिया में भी इस प्रकार का फ्राड करना पाया गया। टीआरसी 20 से करेंसी को कनवर्ट करने के लिये लगभग56 Counterparty एक्सचेंज का उपयोग किया जिनमें मुख्य रूप से Binance, KuCoin, OKX, Huobi, Bybit, USDt~Token, MEX, SunCrypto आदि एक्सचेंज है। बायनेंस से सम्पर्क कर जानकारी प्राप्त की गई एवं एनालिसिस कर मुख्य खाता UId~301254931 चिन्हित किया गया जिसमें भारत से ठगी की गई राषि का लगभग 40 करोड़ रूपये का ट्रांजेक्षन हुआ है। उपरोक्त बायनेंस का अकांउट प्रकरण के मुख्य आरोपी Enaku Pame के नाम से रजिस्टर्ड है तथा उपरोक्त बायनेंस के खाते को भारत के अतिरिक्त सिंगापुर, मलेषिया से अलग अलग डिवाईस पर रजिर्स्ड कर खाते का उपयोग किया गया तथा उपरोक्त बायनेेंस के खाते पर इंडिया के साथ ही मलेषिया के मोबाईल नम्बर भी रजिस्टर्ड होना पाये गये। बायनेंस द्वारा एमटीएफई एकाउंट से कनेक्टेड बायनेंस के लगभग 41 खाते प्रदाय किये है। जिन्हे रतलाम पुलिस द्वारा माननीय न्यायालय के आदेष से फ्रिज करवाया गया उपरोक्त खातो में लगभग44141-33032 USd~ जमा होकर वर्तमान मे भारतीय रूपये में लगभग 44 लाख रूपये है। बायनेंस में होल्ड राषि अपराध से संबंधित होने से शासकीय खाते में ली जाने हेतु बायनेंस से पत्राचार कर उपरोक्त राषि मेसे 43 लाख 77 हजार 503 रूपये 26 करेंसी के रूप में शासकीय खातो में रिफंड करवाई गई। प्रकरण में मुख्य आरोपी Enaku Pame एवं Marcy Pame की लगातार तलाश की जा रही है। उपरोक्त आरोपियों के गिरफ्तार होने पर अन्य कई खुलासे किये जाकर अन्य देशों के आरोपी होने की पूर्ण संभावना है।
विषेश भूमिका उनि अमित शर्मा प्रभारी सायबर सेल, आरक्षक 218 विपुल भावसार, आरक्षक राहुल पाटीदार की विषेष भूमिका रही।
सराहनिय भूमिका निरीक्षक प्रकाश गडरिया तात्कालिन थाना प्रभारी औ.क्षे.जावरा, निरीक्षक मुनेन्द्र गौतम थाना प्रभारी औक्षे जावरा , निरीक्षक दिनेश कुमार भोजक थाना प्रभारी स्टेशन रोड़,उनि राकेश मेहरा, प्रआर राहुल जाट थाना नामली, आर 25 अभिषेक पाठक एवं सायबर सेल रतलाम से प्रआर मनमोहनशर्मा, प्रआर हिम्मत सिंह गोड, प्रआर लक्ष्मीनारायण सूर्यवंशी, आर मयंक व्यास, आर तुषार सिसौदिया की सराहनिय भूमिका रही।