सरकारी ज़मीन पर अवैध कब्जे को ले उलझा मामला, निजी जमीन पर रोड़ निकासी को लेकर फरियादी पाच वर्ष से कार्यालय के काट रहा चक्कर सुनवाई नहीं
जावरा मध्यप्रदेश की रतलाम ज़िले के जावरा तहसील की सरसी पंचायत में शासकीय ज़मीन पर कब्जे को लेकर फरियादी शांति लाल पिता उमेदराम अपनी निजी जमीन की सीमांकन को लेकर पिछले पांच वर्ष से कलेक्टर कार्यालय से लेकर जिले के क्षेत्रीय कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं कार्यालय में अधिकारी आवेदन तो लेते हैं लेकिन उस पर कार्यवाही में कोई प्रतिक्रिया नहीं देते , ऐसे शासकीय ज़मीन और निजी जमीन से लगे रास्तों की निकासी को लेकर कोरोना काल में फरियादी शांति लाल की निजी जमीन पर ग्राम पंचायत द्वारा डामरीकरण रोड़ बना दिया गया और फरियादी को रोड़ निकासी को लेकर पंचायत द्वारा निजी जमीन पर रोड़ बनाने पर आपत्ति लेने पर थाने पर नज़रबंद कर दिया गया ,
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फरियादी शांतिलाल का कहना हैं की मेरे जमीन के सीमांकन के लिए मेने कई बार आवेदन दिया पटवारी की गलत सीमांकन लापरवाही के चलते वे आपसी विवाद का कह सीमांकन होने से रोक रहे हैं यदि सीमांकन होता है तो सरकार को करोड़ों की ज़मीन पर से कब्ज़ा हटवाने से राजस्व लाभ होगा वही दोषियों पर कार्रवाई होगी अब तक सात शिकायत और जनसुनाई में आवेदन प्रेषित किए , मौके पर शिकायत की पुष्टि के लिए दल भी आए लेकिन देख कर पुनः चले गए जनसुवाई में भी पटवारी द्वारा स्वय जानकारी देकर कार्यवाही रुकवा दी गईं, वर्तमान में जावरा तहसीलदार कार्यालय में शिकायत की लेकिन कोई प्रतिक्रिया नहीं दे रहे।