चलो निभाएँ अपनी ज़िम्मेदारी” अभियान का उद्देश्य देवास जिले को कुपोषण मुक्त जिला बनाना – कलेक्टर गुप्ता
देवास चलो निभाएँ अपनी ज़िम्मेदारी अभियान अंतर्गत जिला पंचायत सभागार में कलेक्टर ऋषव गुप्ता की अध्यक्षता में महिला बाल विकास परियोजना देवास ग्रामीण द्वारा कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम में कलेक्टर गुप्ता ने कहा कि ‘’चलो निभाएँ अपनी ज़िम्मेदारी” अभियान का उद्देश्य देवास जिले को कुपोषण मुक्त जिला बनाना है। जिले को कुपोषण मुक्त जिला बनाने में सभी का सहयोग आवश्यक है। सभी व्यक्ति अपने और अपने परिवार के स्वास्थ्य के प्रति जागरूक रहे यही आज की सबसे बड़ी आवश्यकता है, जब तक जिला कुपोषण से मुक्त नहीं हो जाए तब तक मुहिम लगातार जारी रहे।
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कलेक्टर ने कहा कि ‘’चलो निभाएँ अपनी ज़िम्मेदारी” अभियान के सफल संचालन के लिए महिला बाल विकास विभाग के सुपरवाईजर आंगनवाडी केन्द्रों में जाये जिन्होंने बच्चों को गोद लिया है, उनसे चर्चा करें, कुपोषित बच्चों की माताओं से मिले वन-टू-वन चर्चा करें और निरंतर फॉलोअप लें। बच्चों को कितनी मात्रा में दवाईयां देना है, इस संबंध में बच्चों की माताओं को जानकारी दें। अभियान आंगनवाडी कार्यकर्ता तक सिमित नहीं रहना चाहिए। उन्होंने जिले के नागरिकों से ‘’चलो निभाएँ अपनी ज़िम्मेदारी” अभियान में अपने आस-पास के कुपोषित बच्चों की ज़िम्मेदारी लेने का आग्रह भी किया है।
कलेक्टर ने कहा कि देवास जिले में महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा अच्छा कार्य किया जा रहा है, इसके लिए सभी बधाई के पात्र है। कलेक्टर ने जिन नागरिकों को बच्चों को कुपोषण से मुक्त करने के लिए गोद लिया है, उन्हें भी बधाई दी। कलेक्टर ने कहा कि बच्चें जब तक कुपोषण से मुक्त नहीं होते है, जब तक आपको अपनी जिम्मेदारी निभाना है। कलेक्टर ने कहा कि आंगनवाडी कार्यकर्ता और सुपरवाईजर के लिए कार्यशाला का आयोजन करें।
कलेक्टर ऋषव गुप्ता एवं मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत देवास हिमांशु प्रजापति ने परियोजना अंतर्गत सभी अति गंभीर कुपोषित (SAM) बच्चों को पौष्टिक आहार किट प्रदान की गई। जन सहभागिता करने वाले नागरिकों को बधाई दी एवं उनके कार्यों की सराहना की। आंगनवाडी कार्यकर्ता और ‘’चलो निभाएँ अपनी ज़िम्मेदारी” अभियान में जिन नागरिकों कुपोषित बच्चों को गोद लिया है, उन्होंने अपने अनुभव साझा किये।
कार्यक्रम में बताया कि परियोजना देवास ग्रामीण में अब तक 49 बच्चों की ज़िम्मेदारी स्थानीय नागरिकों द्वारा ली गई है। बच्चों को कुपोषण से मुक्त करने के लिए पोषण आहार किट भी उपलब्ध करवाई है। किट में भुना हुआ चना, मूँगफली, राजगीरे के लड्डू, परमल, प्रोटीन पाउडर, मल्टीविटामिन, आयरन सीरप, आयुष विभाग द्वारा सभी बच्चों को सुपुष्टि योग चूर्ण उपलब्ध कराया गया है। जनपद पंचायत विभाग के द्वारा अभियान को पूर्ण समर्थन दिया जा रहा है, जिससे पंचायत स्तर पर दोनों विभाग मिलकर कार्य कर रहे हैं।
चलो निभाएँ अपनी ज़िम्मेदार अभियान के सफल संचालन के लिए सोलिडारिडेट ग़ैर सरकारी संस्था भी आगे आयी है और उसके द्वारा भी सभी बच्चों को पोषण आहर किट प्रदान की गई और बच्चों का निरंतर फालोअप करने के लिए भी ज़िम्मेदारी ली। संस्था प्रभारी लिपी भार्गव और मैनेजर पूर्वा दीक्षित द्वारा ग्रामीण क्षेत्र में सोयाबीन का दूध बनाने एवं प्रयोग के लिए प्रशिक्षण देने के लिए भी आश्वासन दिया।
कार्यक्रम में महिला बाल विकास विभाग की जिला कार्यक्रम अधिकारी रेलम बघेल और परियोजना देवास ग्रामीण से परियोजना अधिकारी डॉ. संदीप रूहल ने कहा कि ‘’चलो निभाएँ अपनी ज़िम्मेदारी” अभियान अंतर्गत परियोजना एवं ज़िले से कुपोषण को जल्द से जल्द मुक्त करेंगे। कार्यक्रम में परियोजना देवास ग्रामीणों से सभी पर्यवेक्षक एवं कार्यालयीन स्टाफ़ उपस्थित रहे
रिपोर्टर :- साजिद पठान