Onion Price Hike: प्याज की कीमतों ने छुआ आसमान इस मंडी में 4 हजार पार जानिए रेट बढ़ने का क्या हे कारण

Onion Price Hike: प्याज की कीमतों ने छुआ आसमान, इस मंडी में 4 हजार पार जानिए रेट बढ़ने का क्या हे कारण, प्याज की बुआई कम हुई क्योंकि पिछले दो साल में प्याज के किसानों को घाटा हुआ था। इसके बाद इन प्रदेशों में बारिश की कमी के कारण उत्पादन में और गिरावट हुई। पिछले कुछ समय में मंडियों में इसकी आवक भी कम हुई है और कीमत बढ़ने की ये भी एक बड़ी वजह है। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में प्याज की कीमतें 25-50 प्रतिशत तक बढ़ गई हैं और आवश्यक वस्तु अब गुणवत्ता के आधार पर 50-70 रुपये प्रति किलोग्राम के दायरे में खुदरा बिक्री कर रही है। मदर डेयरी की खुदरा दुकानों पर कीमतें बढ़ गई हैं।
कीमतों में बढ़ोतरी नवरात्रि के अंत में
दैनिक जरूरतों का सामान संचालित करने वाले कपिल त्यागी ने कहा, “तीन दिन पहले तक कीमत 40 रुपये प्रति किलोग्राम थी, लेकिन अब मैं 50 रुपये प्रति किलोग्राम पर बेच रहा हूं, जबकि मदर डेयरी के सफल आउटलेट के साथ-साथ अन्य बाजारों में भी यह अधिक है।” नोएडा में दुकान ने हिंदू बिजनेसलाइन (एचबीएल) को बताया। सब्जी के खुदरा विक्रेताओं ने कहा कि स्थानीय मंडियों में कीमतें बढ़ी हैं. सोमवार तक प्याज की कीमतें 40 रुपये प्रति किलोग्राम पर थीं और मंगलवार को बढ़कर 50 रुपये प्रति किलोग्राम हो गईं और बुधवार तक उसी स्तर पर बनी रहीं।
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दुगनी से अधिक हुई कीमत
प्याज के दाम अचानक बढ़े हैं। थोक बाजार में प्रतिदिन लगभग सात से आठ रुपये प्रति किलो तेजी देखी जा रही है। वहीं फुटकर बाज़ार में एक किलो प्याज की कीमत एक दिन में लगभग 14 रुपये बढ़ रही है। ज्यादातर शहरों में प्याजा के ताजा भाव 50 रुपये या उससे अधिक हैं। वहीं, उपभोक्ता मंत्रालय की वेबसाइट पर प्याज का अधिकतम खुदरा मूल्य सत्तर रुपये है। प्याज के मुख्य उत्पादक राज्य महाराष्ट्र की मंडियों में भी कीमतें लगातार बढ़ रही हैं। सबसे अच्छी गुणवत्ता वाले प्याज का थोक भाव 50 रुपये किलो से ज्यादा हो चुका है। मंडियों में दाम बढ़ने का असर है कि अब खुदरा बाजार में भी कीमतें तेजी से आसमान छू रही हैं।
क्या है वजह
जानकारों के अनुसार राज्य में प्याज की नई फसल की कुल पैदावार सिर्फ 40 फीसदी थी और इसका 25 फीसदी बाजार में बिक चुका है. राज्य में उगाई जाने वाली प्याज की फसल के अलावा, पूरा प्याज बाजार नासिक और महाराष्ट्र के अन्य प्याज उत्पादक क्षेत्रों पर निर्भर करता है. पिछले 15 दिनों से शिवमोगा थोक बाजार में प्रति किलो प्याज की कीमत लगभग 25 से 30 रुपये थी, जबकि खुदरा बाजार में यह 30 से 35 रुपये प्रति किलो थी. फिलहाल शिवमोगा के थोक बाजार में कीमत 32 से 35 रुपये प्रति किलो हो गई है.
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बता दें कि देश में महाराष्ट्र प्याज का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य है। यहां की सबसे मशहूर पिंपलगांव मंडी में प्याज के भाव 2500 से लेकर 5014 रूपये प्रति क्विंटल पहुंच गए हैं। इस तरह प्याज लगभग दोगुना हुआ है और यही वजह है कि देशभर के अलग अलग स्थानों में इसकी कीमत 50 पार हो गई है। वहीं इस बार दक्षिणी राज्यों कर्नाटक और आंध्र प्रदेश में खरीफ प्याज की बुआई कम हुई क्योंकि पिछले दो साल में प्याज के किसानों को घाटा हुआ था। इसके बाद इन प्रदेशों में बारिश की कमी के कारण उत्पादन में और गिरावट हुई।
पिछले कुछ समय में मंडियों में इसकी आवक भी कम हुई है और कीमत बढ़ने की ये भी एक बड़ी वजह है। इधर प्याज की बढ़ती कीमतों से आम आदमी परेशान है। जिन्होने सालभर का प्याज स्टॉक कर लिया है उन घरों में तो कोई दिक्कत नहीं लेकिन जरुरत के हिसाब से प्याज खरीदने वाले परेशान है।फिलहाल आने वाले कुछ दिनों तक इनकी कीमतों में बहुत कमी होने के आसार नहीं है, ऐसे में लोगों के पास दो ही विकल्प हैं। या तो वो महंगी प्याज खरीदें या फिर स्वाद से समझौता करें क्योंकि इस बार प्याज सिर्फ कटने पर ही नहीं, बिकने पर भी लोगों को रुला रहा है।
Note : आज किस पोस्ट में हम आपको प्याज की बढ़ती कीमतों के बारे में संपूर्ण जानकारी दे रहे हैं यह जानकारी हमने सोशल मीडिया में न्यूज़पेपर से एकत्रित करी है इसमें कोई त्रुटि हो तो इसके लिए हमारी वेबसाइट राजस्थान ब्रेकिंग जिम्मेदार नहीं होगी आपको जानकारी अच्छी लगे तो उसे अधिक से अधिक शेयर करें
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