किसान भाइयों के लिए बड़ी खुशखबरी सामने आई हैं। Dap urea के भाव में आई भारी गिरावट, जिसके चलते किसानों को खाद की किल्लत खतम।

किसान भाइयों के लिए बड़ी खुशखबरी सामने आई हैं। Dap urea के भाव में आई भारी गिरावट, जिसके चलते किसानों को खाद की किल्लत खतम।आप भी जानते है की आज के समय में बिना खाद के कोई भी फसल का अच्छा उत्पादन संभव नहीं है। अंतराष्ट्रीय बाजार में कच्चे माल की कीमतों में बढ़ोतरी होने के बावजूद भी केंद्र सरकार ने डीएपी और यूरिया को सस्ते दामों में देने हेतु बड़ी राहत प्रदान की है। राहत प्रदान होने से किसान आसानी से खाद खरीद सकते है। इन दिनों देखा जा रही है की किसानों को DAP खाद की जरूरत है पर उन्हें सरकार से खाद नहीं मिल रहा है। बहार से खाद खरीदने के लिए किसान को बहुत ही ज्यादा पैसे देने पड़ रहे है।
खाद फसलों के लिए है बहुत ही जरूरी

किसान भाइयों के लिए बड़ी खुशखबरी सामने आई हैं। Dap urea के भाव में आई भारी गिरावट, जिसके चलते किसानों को खाद की किल्लत खतम।
जैसा की आज फसल अधिक पैदावार के लिए खाद बहुत ही जरूरी है। यूरिया नाइट्रोजन युक्त खाद रहता है जो फसलों के विकास बृद्धि हेतु अत्यंत उपयोगी होता है। आज के समय में यूरिया के बिना खेती करना संभव नहीं है। इन फसलों यूरिया की पूर्ति नही की गयी तो फसल पीली पड़ने लगती है और फलस्वरूप उत्पादन कम निकलता है जिस से किसान को काफी नुक्सान होता है। अब किसान थोड़े समय बाद अपनी नई फसल की बुवाई की तैयारी में लग जायेंगे। जिसके लिए भी खाद की उन्हें जरूरत पड़ेंगी।
सरकार के खाद के रेट
आपको हम बता दे की सरकार और कालाबाजारी करने वालो के खाद के भाव में जमीन आसमान का फर्क है। केंद्र और राज्य सरकार ने यूरिया और अन्य उर्वरको के कीमतों में किसानो को काफी राहत प्रदान की है। अगर सरकार द्वारा सब्सिडी नहीं दी जाती तो किसान के लिए खाद खरीदना बहुत ही मुश्किल होता। सरकार द्वारा प्राप्त जानकारी के अनुसार किसानों को डीएपी खाद की कीमत 1350 रुपये रखी है। इसके अलावा अगर यूरिया खाद की बात की जाए तो इसकी एक बोरी की कीमत 276.12 रुपये प्रति बोरी रखी गई है। अगर कोई किसान बहार से खाद खरीदता है तो उसे ज्यादा पैसे देने पड़ते है। नए खाद की कीमत की अभी कोई जानकारी नहीं मिली है।
बिना सब्सिडी के खाद के भाव

किसान भाइयों के लिए बड़ी खुशखबरी सामने आई हैं। Dap urea के भाव में आई भारी गिरावट, जिसके चलते किसानों को खाद की किल्लत खतम।
खाद के भाव में अगर सरकार किसानों को सब्सिडी नहीं देती तो किसानों को खाद खरीदना काफी महंगा पड़ता था। मार्केट में कई लोग खाद की कालाबाजारी भी करते है। किसानो को कई बार सोसायटी में खाद नहीं मिलता है तो वह मार्केट से खाद की बोरी खरीदता है। किसान की मजबूरी का फायदा उठाकर उससे ज्यादा पैसे लिए जाते है।
- यूरिया खाद की नई कीमत 2450 रुपए प्रति 45 किलोग्राम की बोरी
- डीएपी खाद की नई कीमत ₹4073 प्रति 50 किलोग्राम की बोरी
- एनपीके खाद की नई कीमत 3291 रुपए प्रति 50 किलोग्राम की बोरी
आज हमने इस पोस्ट में डीएपी यूरिया खाद के भाव के बारे में जानकारी दी है यह जानकारी हमने न्यूज़पेपर व सोशल मीडिया से प्राप्त किया है इसमें अगर किसी भी प्रकार की कोई भी त्रुटि पाई जाती है तो उसमें हमारी वेबसाइट Rajasthanbreaking .in की कोई जिम्मेदारी नहीं रहेगी ।